Wednesday, October 26, 2011

I am more than Sex Symbol - Lisa Haydon

सेक्स सिंबल से ज्यादा हूं : लीजा हेडन (I am more than Sex Symbol - Lisa Haydon)
फिल्म ' आयशा ' और ' रास्कल्स ' में लीजा हेडन के ग्लैम अवतार को सभी ने नोटिस किया। वैसे , यह हॉट मॉडल टर्न्ड ऐक्ट्रेस खुद को सेक्स सिंबल से भी आगे मानती हैं और बॉलिवुड में सफलता की पूरी उम्मीद लगाए है। पिछले दिनों उन्होंने रूपम जैन से बात की :


आपने पहले एस्ट्रोनॉट और फिर योगा टीचर बनने का ख्वाब देखा था। लेकिन आप मॉडलिंग और अब फिल्मों में आ गईं। आपके पुराने सपनों का क्या हुआ ?


यह सच है कि फिल्मों में आने के बारे में मैंने कभी नहीं सोचा था। जब मैं 19 साल की थी , तब मेरे एक दोस्त ने मुझे मॉडलिंग का सजेशन दिया। इसके बाद मैंने एक एजेंसी को अप्रोच किया और मेरे पास ऑफर्स की लाइन लग गई। मॉडलिंग से ही मैं फिल्मों में आ गई। हालांकि मैं यह भी नहीं कहूंगी कि मैं फिल्मों में बाईचांस आ गई। जब मैं ऑस्ट्रेलिया में स्कूल में थी , तो मैंने एक्टिंग सीखी थी। इसलिए एक्टिंग मेरे भीतर बचपन से ही है। बेशक मैं अभी भी योगा टीचर बनना चाहती हूं , लेकिन इसके लिए थोड़ा टाइम लूंगी।


फिल्मों में आप ज्यादातर हॉट गर्ल और सेक्स सिंबल के तौर पर नजर आती हैं। इसके अलावा , कुछ और करने का मन नहीं करता ?


अगर लोगों को लगता है कि मैं हॉट और सेक्सी हूं , तो मुझे इससे कोई प्रॉब्लम नहीं है। लेकिन मेरे नाम के साथ ' सेक्स सिंबल ' का टैग जोड़ना गलत है , क्योंकि मैं उससे कहीं ज्यादा हूं। मुझे पूरा विश्वास है कि जैसे - जैसे मैं फिल्मों की दुनिया में आगे बढ़ूंगी , वैसे - वैसे लोगों को मेरा टैलंट देखने को मिलेगा। मुझे पूरी उम्मीद है कि मैं लोगों की उम्मीदों पर खरी उतरूंगी।


आपने अभी सिर्फ दो फिल्में की हैं , लेकिन आपके नखरे बहुत ज्यादा हैं। क्या ऐसा इसलिए , क्योंकि आप सुपरमॉडल रह चुकी हैं ?


शायद आप सही कह रहे हैं। मैंने मॉडलिंग में काफी अच्छा परफॉर्म किया है। लोग मुझे जानते हैं , इसलिए मुझे अपने सफल होने का पूरा भरोसा है। लेकिन आप इसे मेरे नखरे नहीं कह सकते।


आपकी परवरिश ऑस्ट्रेलिया में हुई है। आपके बोलने के अंदाज पर इसका असर साफ नजर आता है , लेकिन बॉलिवुड में सफल होने के लिए अच्छी हिंदी आना जरूरी है। इस मामले में क्या आपको परेशानी होती है ?


यह सच है कि मुझे कई बार इस मामले में कमेंट्स सुनने पड़ते हैं। आखिरकार जब कटरीना कैफ जैसी हीरोइन को लोग टोक देते हैं , तो फिर मैं क्या चीज हूं। मेरा मानना है कि अगर मैं हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में काम कर रही हूं , तो मुझे यहां की लैंग्वेज आना बेहद जरूरी है और मैं इस पर मेहनत कर रही हूं। मैं पिछले तीन सालों से हिंदी का ट्यूशन ले रही हूं और इसका असर मेरी बातचीत में आ रहा है।


बॉलिवुड में कॉम्पिटीशन काफी तगड़ा हो गया है। ऐसे में क्या आपने इंडस्ट्री में फुलटाइम करियर बनाने का मन बना लिया है ?


सच कहूं , तो मैं एडवांस प्लानिंग में विश्वास नहीं रखती। इसलिए इंडस्ट्री में रहने या न रहने के बारे में मैं कुछ नहीं कह सकती। फिलहाल मैं पॉजिटिव रहते हुए अपने टैलंट और मेहनत पर भरोसा रखकर काम करना चाहती हूं। मैंने अभी तक सिर्फ दो फिल्में की हैं , इसलिए मुझे अभी काफी कुछ सीखने की जरूरत है और यह प्रोसेस जारी है। मेरे पास वक्त है और मुझे पूरी उम्मीद है कि मुझे इसका फायदा मिलेगा।


आमतौर पर ब्यूटीफुल लेडीज को ब्रेन के मामले में कमजोर समझा जाता है। आप क्या कहेंगी ?


मेरे ख्याल में ब्यूटी और ब्रेन को अलग - अलग देखना बकवास है। हमारे सामने तमाम ऐसे उदाहरण हैं , जहां महिलाएं खूबसूरती के साथ - साथ दिमाग के मामले में भी आगे हैं। साथ ही , तमाम लोग ऐसे भी हैं , जो न तो दिखने में खास हैं और ना ही उनका माइंड शार्प है।


क्या आप साउथ सिनेमा में भी ट्राई कर रही हैं ?


बिल्कुल। इसमें बुराई क्या है। अगर मुझे वहां कोई अच्छा ऑफर मिलता है , तो मैं उसे जरूर एक्सेप्ट करूंगी।


अच्छे ऑफर से आपका क्या मतलब है ?


अच्छा मतलब कि अगर मुझे किसी एक्शन फिल्म का ऑफर मिलता है। दरअसल , मुझे एक्शन फिल्में बेहद पसंद हैं। मैं चाहती हूं किसी फिल्म में मुझे खुद से स्टंट सीन करने का मौका मिले। मुझे पूरा भरोसा है कि मैं यह सब अच्छे से कर पाऊंगी। इसके अलावा , मैं कॉमेडी भी करना चाहती हूं। जाहिर है , हंसना और हंसाना दोनों ही मजेदार काम हैं।


रूपम जैन
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News/Article Source -

http://navbharattimes.indiatimes.com/articleshow/10384628.cms
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